Ransomware News: रैंसमवेयर हमले से इन 250 से ज्यादा छोटे बैंकों की भुगतान सेवाएं हुई बाधित, जानिए अब क्या होगा

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भारत: रैंसमवेयर हमले ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। इससे C-Edge टेक्नोलॉजी की सेवाओं पर खासा असर पड़ा है। जिससे लगभग 299 स्थानीय भारतीय बैंकों की भुगतान प्रणालियां बंद हो गईं हैं। इससे एटीएम और UPI सेवाएं प्रभावित हुईं हैं। एनपीसीआई ने C-Edge को अपने सिस्टम से अलग कर दिया है। स्थिति सुधारने के प्रयास जारी हैं। कहा जा रहा है कि कोई वित्तीय हानि नहीं हुई है।

बंद करना पड़ा पेमेंट सिस्टम

देश के लगभग 300 छोटे स्थानीय बैंकों में पेमेंट सिस्टम को ransomware अटैक के कारण अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा है। इसके कारण, इन बैंकों के ग्राहक ATM से पैसे नहीं निकाल पा रहे हैं और ना ही UPI का उपयोग कर पा रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह ransomware अटैक C-Edge Technologies को हुआ है। C-Edge Technologies देश भर के छोटे बैंकों को बैंकिंग टेक्नोलॉजी सिस्टम उपलब्ध कराती है। अधिकारियों ने PTI को बताया कि बाकी बैंकिंग सेवाएँ सामान्य रूप से काम कर रही हैं।

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम का बयान

देर शाम को जारी एक बयान में, भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने कहा, “C-Edge Technologies….पर ransomware अटैक हुआ है जिससे उनके कुछ सिस्टम प्रभावित हुए हैं।” इसके कारण, C-Edge को NPCI द्वारा संचालित रिटेल भुगतान प्रणालियों तक पहुँचने से अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।

भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ के अध्यक्ष, दिलीप संघानी ने इस मामले पर बताया कि गुजरात में 17 जिला सहकारी बैंक सहित, देश के लगभग 300 बैंक, जो C-Edge पर निर्भर हैं, पिछले दो-तीन दिनों से समस्याओं का सामना कर रहे हैं। संघानी ने कहा, “सभी ऑनलाइन लेनदेन, जैसे RTGS और UPI भुगतान, प्रभावित हैं। पैसे भेजने वाले के खाते से पैसे तो कट जाते हैं, लेकिन पैसे पाने वाले के खाते में जमा नहीं होते हैं।”

नहीं कर पाएंगे भुगतान प्रणालियों का उपयोग

NPCI ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया, “C-Edge द्वारा सेवा प्रदान करने वाले बैंकों के ग्राहक, सिस्टम के अलग रहने की इस अवधि के दौरान भुगतान प्रणालियों का उपयोग नहीं कर पाएंगे।” बयान में यह भी उल्लेख किया गया है कि C-Edge Technologies के साथ मिलकर पुनर्स्थापना का काम तेजी से किया जा रहा है और अनिवार्य सुरक्षा समीक्षा चल रही है।

SBI और TCS के संयुक्त उद्यम, C-Edge, सहकारी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को सेवाएँ प्रदान करता है, जो इस साइबर हमले से प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने कहा कि अन्य बैंकिंग सेवाएँ अप्रभावित रहीं। व्यापक भुगतान प्रणाली की सुरक्षा के लिए, दो दिन पहले इस साइबर हमले का पता चलने के बाद, C-Edge सिस्टम को अलग करने सहित आवश्यक सावधानियां बरती गईं। उद्योग के एक अधिकारी ने बताया कि सिस्टम के भीतर एक ransomware का पता चला था और उसे अलग कर दिया गया था, जिसके बाद एक तृतीय-पक्ष ऑडिट शुरू किया गया था। एक अधिकारी ने प्रतिष्ठित मीडिया चैनल से बात करते हुए बताया कि प्रभावित बैंक देश में कुल भुगतान प्रणाली की मात्रा का 1 प्रतिशत से भी कम हैं। इस घटना के बावजूद किसी भी वित्तीय नुकसान की सूचना नहीं है।

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